बेंगलुरु शहर में, बबल्स सेंटर ऑफ ऑटिज्म और प्रगति के परिवारों और नेताओं ने परिवारों को सशक्त बनाने के लिए और जिन छात्रों और युवा वयस्कों की सेवा वे करते हैं उनके लिए सकारात्मक और संभावित भविष्य की कल्पना करने ओर आगे बढ़ने में मदद करने के लिए शक्तिशाली, समावेशी, व्यक्ति केंद्रित उपायों का इस्तेमाल करने के लिए एक साथ जुड़े। इस प्रक्रिया के तहत, परिवारों के एक समूह ने PATH की प्रक्रिया को इस्तेमाल करना सीखने के लिए और साथ ही साथ व्यक्तिगत भविष्य की योजना वनाना सीखने के लिए सहयोग किया। 20 से अधिक अधिक ऐसी प्रक्रियाओं का नेतृत्व अभिभावक सहलकारों द्वारा किया गया है जिनमें व्यक्तिगत तौर पर  5-35 वर्ष तक के बच्चों और वयस्कों के लिए पूर्ण भविष्य की दिशा में काम करने की य़ोजना बनायी गई। नतीजतन, युवा माया ने 20 से अधिक परिवार के सदस्यों, दोस्तों, शिक्षकों और पड़ोसियों को इकट्ठा किया जो उसके लिए एक समावेशी भविष्य बनाने की प्रक्रिया में शामिल हुए। अरविंद ने टिकाऊ खेती और पानी की बचत तकनीकों के माध्यम से पृथ्वी की देखभाल और उपचार के लिए अपने जुनून का पता लगाया और विकसित किया, और आदित्य ने अपने वांछित भविष्य का चित्रण किया, जिसमें उसे अपनी खुद की जगह पर स्वतंत्र रहने का पहला अनुभव हुआ। PATH मूल्यवान भूमिकाओं का दर्शन प्राप्त करने का एक शानदार तरीका है, और सामाजिक भूमिका मूल्यवर्द्धन की नींव पर रख कर इसे करने से यह बहुत अच्छी तरह से काम करता है।