हमारे जीवन का हर दिन कई अनुभवों से भरा होता है; उनमें से कुछ का हम पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसा ही एक व्यक्तिगत अनुभव यहां दिया गया है जो कोलकाता के नैदानिक मनोवैज्ञानिक मनीषा द्वारा साझा किया गया है।Read More
जब किसी बच्चे का निदान होता है तो हम मानसिकता में बदलाव देखते हैं - परिवार के सपने और उम्मीदें सिमट जाती हैं, और पूर्व में हुए जीवन के घिसे-पिटे अनुभव सामने आ जाते हैं और विकलांगता जीवन का केंद्र बन जाती है। विकलांगता के इस नए क्षेत्र के भूलभुलैया का मार्ग तय करना ही...Read More
“संचार” मेरियम-वेबस्टर शब्दकोश द्वारा इस प्रकार परिभाषित किया गया है- "एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा प्रतीकों, संकेतों या व्यवहार की एक सामान्य प्रणाली के माध्यम से व्यक्तियों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है"। मनुष्य सिर्फ वाणी द्वारा एक दूसरे से संवाद नहीं करते; हम कई माध्यमों से संवाद करते हैं: हावभाव, मुद्राएं, चेहरे...Read More
नाम सबके लिए खास होते हैं। यह एक व्यक्ति की पहचान होती है, जो एक विशिष्टता को दर्शाती है जो आपको बाकी सभी लोगों से अलग बनाती है। नामों को इसलिए भी महत्व दिया जाता है क्योंकि यह हमें याद दिलाता है कि किसी ने हमसे इतना प्यार किया कि हमें एक अर्थ के साथ...Read More
भारत भर में, विकलांगतायुक्त लोगों के अधिकारों के लिए वकालत करने वाले समूह, पेशेवर-सेवाकर्मी, नागरिक समाज समूह, गैर सरकारी संगठन और सरकार, विकलांगतायुक्त लोगों को सम्मानजनक और पूर्ण जीवन दिलाने की दिशा में कई अलग-अलग तरीकों से काम कर रहे हैं। हालांकि आगे बढ़ने के तरीके भिन्न हो सकते हैं, परन्तु अधिकांश लोग इस लक्ष्य...Read More
मूल्यवान भूमिकाएँ जीवन की अच्छी चीज़ों तक पहुँचने के वाहक हैं। वे स्थिर नहीं रहते हैं, लेकिन हमेशा विकसित होते रहते हैं, बढ़ रहे होते हैं और बदल रहे होते हैं। यह न केवल विकलांगतायुक्त व्यक्तियों पर लागू होता है, बल्कि पूरे समुदाय पर भी लागू होता है।Read More
विकलांगता युक्त लोग दुनिया में अपना सही स्थान पा सकें इसके लिए जो बदलाव हम देखना चाहते हैं, वे, अक्सर छोटे लेकिन शक्तिशाली किश्तों में होते हैं। आकर्षक परिवर्तन प्रभावशाली होते है, लेकिन विश्वासयोग्य, बेहतर जीवन की दिशा में उठाए गए छोटे कदम और अधिक संभावनाएं, भविष्य में विजय दिला सकती हैं।Read More
विकलांगतायुक्त व्यक्ति अक्सर ऐसे जीवन जीते हैं जो एक समूह में एकत्रित और बाकी लोगों से अलग-थलग होता हैं। समाज के हाशिये पर कर दिये जाने के कारण, उन्हें ऐसे स्थानों में बंद कर दिया जाता है जहां कभी-कभी वे उन चीजों को भी नहीं देख पाते हैं, जो हममें से अधिकांश लोगों के लिए...Read More